A मध्यप्रदेश की अनुसूचित जनजाति महिलाओं में पारंपरिक स्वास्थ्य ज्ञान और आधुनिक चिकित्सा सेवाओं का सहअस्तित्व: एक क्षेत्रीय अध्ययन

Authors

  • संजय चौरसिया 1 , शोधार्थी डॉ. गुलरेज़ खान 2 श्रीकृणा विश्वविद्यालय छतरपुर , श्रीकृणा विश्वविद्यालय छतरपुर Author

Abstract

यह अध्ययन मध्यप्रदेश की अनुसूचित जनजाति (अनु.जा.) महिलाओं में पारंपरिक स्वास्थ्य ज्ञान, विशेषकर जड़ी-बूटी आधारित औषधि  तथा आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के सहअस्तित्व की प्रकृति को समझने के उद्देश्य से किया गया है। पारंपरिक स्वास्थ्य प्रथाएँ सदियों से आदिवासी समाज में जड़ें जमाए हुए हैं जबकि आधुनिक चिकित्सा पद्धति और सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं ने नई स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की है। शोध में पाया गया कि अधिकांश महिलाएँ दोनों प्रणालियों का मिश्रित रूप से उपयोग करती हैं। चयन का आधार बीमारी की प्रकृति, दूरी, आर्थिक स्थिति, उपलब्धता और विश्वास जैसे कारक हैं। परिणामस्वरूप यह कहा जा सकता है कि दोनों पद्धतियों का समन्वित प्रयोग, महिलाओं के स्वास्थ्य परिणामों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है बशर्ते पारंपरिक ज्ञान को वैज्ञानिक दृष्टि से प्रमाणित और संरक्षित किया जाए।

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Author Biography

  • संजय चौरसिया 1 , शोधार्थी डॉ. गुलरेज़ खान 2, श्रीकृणा विश्वविद्यालय छतरपुर, श्रीकृणा विश्वविद्यालय छतरपुर

    समाजशास्त्र विभाग, श्रीकृणा विश्वविद्यालय छतरपुर

Published

2025-08-01 — Updated on 2025-08-14

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How to Cite

A मध्यप्रदेश की अनुसूचित जनजाति महिलाओं में पारंपरिक स्वास्थ्य ज्ञान और आधुनिक चिकित्सा सेवाओं का सहअस्तित्व: एक क्षेत्रीय अध्ययन. (2025). World View Research Bulletin An International Multidisciplinary Research Journal, 1(2), 24-33. https://wrb.education/index.php/wrb/article/view/WRB202510 (Original work published 2025)